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प्रमाणम्
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वेदान्त परिभाषा - प्रत्यक्ष प्रमाणम्
धर्मराज अध्वरीन्द्र विरचित वेदान्त परिभाषा ग्रंथ वेद जाणून घेण्यासाठी उत्तम आहे.
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guideline
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road map
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দিশা নির্দেশ
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दिशा निर्देश
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ନିର୍ଦେଶ ନାମା
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દિશા સૂચન
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ಮಾರ್ಗದರ್ಶಕ ಸೂತ್ರ
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رہنماہدایت
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proof
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cogent evidence
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amount
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परिमितिः
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प्रसृतिः
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परिक्लेदः
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exemplarily
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अनुद्योगिता
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चरित्रप्रमाणपत्रम्
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चार्वाकः
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सद्वादित्वम्
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मानम्
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सामान्यत
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परिमाणम्
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अस्तित्ववादी
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अथ पुरश्चरणलक्षणं युगभेदेन न्यूनाधिकजपसंख्याप्रकारश्च
श्रीगायत्री परां देवीं विप्रेभ्योऽभयदां मुदा । वन्दे ब्रह्मप्रदां साक्षात्सच्चिदानंदरूपिणीम् ॥ अनुक्रमणिका प्रमाणे वाचन करावे.
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मानसागरी - अध्याय ४ - सूर्यकालानलचक्रम्
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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अदर्शनम्
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नैक
Meanings: 14; in Dictionaries: 4
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अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग ३५
अर्थशास्त्र या ग्रंथात राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय आणि राजनीति वगैरे विभिन्न विषयांवर विचार केला गेला आहे.
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महापुरुषमहिमा
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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वराहपुराणम् - अध्यायः ८८
'वराह पुराण' हे एक वैष्णव पुराण आहे. या पुराणातील श्लोकांत भगवानांच्या वराह अवतारातील धर्मोपदेश कथांच्या रूपात प्रस्तुत केलेला आहे.
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द्वितीयप्रश्ने - एकादशोऽध्यायः
‘ गौतमीयधर्मशास्त्रेः ’ या ग्रंथात गौतमऋषींनी कथन केलेली धर्मसूत्रे आहेत.
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श्रीपादुकासहस्रम् - सुभाषितपद्धतिः
श्रीमद्वेदान्तदेशिक विरचितम्
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अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १७
कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे.
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मानसागरी - अध्याय २ - द्वादशभावनिरीक्षणविधिः
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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दशमस्कन्धपरिच्छेदः - नवतितमदशकम्
श्रीनारायणके दूसरे रूप भगवान् श्रीकृष्णकी इस ग्रंथमे स्तुति की गयी है ।
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तिर्यच्
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प्रहर
Meanings: 13; in Dictionaries: 7
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तर्कसंग्रह - अथ सप्तमोऽध्याय
’तर्कसंग्रह’ग्रंथातील आठ अध्यायातून तर्कशास्त्राचे अचूक ज्ञान मिळते.
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तर्कसंग्रह - अथ द्वितीयोऽध्याय
’तर्कसंग्रह’ग्रंथातील आठ अध्यायातून तर्कशास्त्राचे अचूक ज्ञान मिळते.
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प्रथम: पाद: - सूत्र ११
ब्रह्मसूत्र वरील हा टीकाग्रंथ आहे. ब्रह्मसूत्र ग्रंथात एकंदर चार अध्याय आहेत.
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सूर्य सिद्धांत - सूर्यग्रहणाधिकारः
सूर्य सिद्धांत म्हणजे भारतीय खगोलशास्त्रावरील टीका आहे . हा ग्रंथ वराहमिहीरने लिहीला . याचे प्राचीन उल्लेख बौद्ध काळी तिसर्या शतकात मिळतात .
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भवत्
Meanings: 15; in Dictionaries: 3
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विवेकचूडामणीः - श्लोक संग्रह ४५१-५००
Vivekachudamani is a Adhyatmik grantha. It is Adhyatmik dialogue between an ardent seeker and his Guru,Shankaracharya.
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पस्पषाह्निक - भाग ११
पस्पषाह्निक संस्कृतमधील एक दुर्मिळ ग्रंथ आहे.
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भिक्षाटनकाव्यम् - त्रयोविंशी पद्धतिः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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शक्तिसूत्राणि - ॥शक्तिसूत्र ॥ अथ शक्तिसू...
देवी आदिशक्ती माया आहे. तिची अनेक रूपे आहेत. जसे ती जगत्कल्याणकारी तसेच दुष्टांचा संहार करणारीही आहे.
The concept of Supreme mother Goddess is very old in India. The divine mother has been worshipped as ' Shakti' since vedic times.
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तृतीय सर्ग - श्लोक ६१ ते ८३
श्रीविद्यारण्यस्वामिविरचितः
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पूर्वार्धम् - अध्यायः ३
वायुपुराणात खगोल, भूगोल, सृष्टिक्रम, युग, तीर्थ, पितर, श्राद्ध, राजवंश, ऋषिवंश, वेद शाखा, संगीत शास्त्र, शिवभक्ति, इत्यादिचे सविस्तर निरूपण आहे.
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